बेटा अब मै तुमसे 22 जनवरी को तब मिलूगी, जब तुम इस दुनियां से जा चुके होगें, यह घडियां हमारे लिऐ मौत से कम नही होगीं, और तुम………………… बेटा मां हूं , और मां तो मां है। मै तो सोचती रही तुम नेकी की राह पर हो मगर कया पता था तुम इस राह पर निकल गये, अब मै उस मोड पर आ खडी हूं, तुमहे माफ करू तो कैसे करू, शायद माफ कर भी नही सकती। इस लिऐ कि तुमने भी शायद किसी को माफ नही किया था, शायद उसकी मां की बददुवाये मेरी दुवाओ से जययदा असर कर गयी।।
मां की बात
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